रिपोर्ट: विनोद विरोधी
पटना, बिहार।
शोषित इंकलाब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट में कुशवाहा-दांगी का गणना शत प्रतिशत फर्जी है। उन्होंने कहा कि बिहार के सैकड़ो कुशवाहा -दांगी समाज के बहुल गांव में संपर्क करने के बाद बताया गया कि बिहार में सही तरीके से जातीय जनगणना नहीं हुआ है। उन्होंने आक्रोश भरे लहजे में कहा कि कुशवाहा- दांगी समाज को एक बड़ी साजिश के तहत अपमानित और जलील करने का काम किया है, जिससे यह समाज बर्दाश्त नहीं करेगा और फर्जी जातीय जनगणना का जवाब वोट से देने का काम करेगा ।उन्होंने कहा कि यादव एवं मुस्लिम समाज का जो रिपोर्ट आया है उससे शत-प्रतिशत सहमत हूं। लेकिन बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि बिहार में यादव के बाद चार -पांच प्रतिशत ही कुशवाहा -दांगी की आबादी कम है और यह जाति राज्य में दूसरे नंबर पर है। ऐसी स्थिति में पार्टी और कुशवाहा -दांगी समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा ।उन्होंने जातीय जनगणना को पूरी तरह फर्जी करार देते हुए कहा कि जब सरकार ने कहा था कि जातीय जनगणना में आर्थिक व शैक्षणिक स्थिति का भी गणना होगा ।लेकिन गणना में उसकी चर्चा तक नहीं की गई है। जबकि सरकार ने कहा था कि जातीय जनगणना लोगों के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक विकास के लिए किया जा रहा है। फिर ऐसी गणना का कोई औचित्य नहीं रह गया है। उनका यह भी मानना है कि अगर पिछड़ा वर्ग का जनसंख्या 52% से बढ़कर 63% हो गया है, तो पिछड़ा वर्ग का आरक्षण भी 27% से बढ़कर 63% किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इस जनगणना का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा ।उन्होंने इस मुद्दे पर आगामी 5 अक्टूबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राज्य कार्यकारिणी की आयोजित बैठक में विस्तार से चर्चा की जाएगी।
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