शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
जिला जनता दल यूनाइटेड के महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष,सुरैया सहाब ने एक महती सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बेतिया राज की बहुत सारी ऐसी जमीन पड़ी हुई है,जिस पर कर्मचारियों की मिलीभगत सेअतिक्रमण किया जा रहा है,पूर्व में कई जमीनों पर अतिक्रमण भी होकर,भवन निर्माण भी हो गया हैऔर अभी हो रहा है,इस पर नियंत्रण करने वाला कोई पदाधिकारी नहीं है,सभी पदाधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं,ऐसा प्रतीत होता है कि इन पदाधिकारियों की मिलीभगत से ही ऐसा हो रहा है। बेतिया राज की भूमि पर विस्तृत चर्चा की,इन्हीं सब मुद्दों को लेकर नीलाम पत्र वादों की समीक्षा हेतु प्रमंडलीय स्तर पर एकआवश्यक बैठक मुजफ्फरपुर में,राजस्व परिषद केअध्यक्ष की उपस्थिति में हो रही है,जिसमें प्रमंडल स्तर के सभी जिला पदाधिकारी व अपर समाहर्ता शामिल होंगे।बैठक में नीलाम पत्र वादोंऔर बेतिया राज की भूमि पर किए गए अतिक्रमण पर चर्चा होगी।
बेतिया राज प्रबंधक,संजय कुमार ने संवाददाता को बताया कि इस संबंध में सारी कागजाती कारवाई पूरी की जा चुकी है।उन्होंने आगे बताया कि बेतिया राज की14167 एकड़ भूमि पूर्वी एवन पश्चिम चम्पारण में है,जिसमे 1507 एकड़ भूमि अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है।भूमि सुधार उप समाहर्ता,बेतिया वीरेंद्र कुमार ने संवाददाता को बताया कि इसी सब के संबंध में बैठक में समीक्षा होगी,इस दिशा में क्या करवाई हुई है,इस पर भी चर्चा होगी।
इन्होंने आगे बताया कि 8823 अतिक्रमण वाद जिले के विभिन्न न्यालयों में चल रहे हैं,
जबकि पूर्वी चंपारण में 295 अतिक्रमण वाद चल रहे हैं इसमें कई दशकों से पड़े हुए हैं
बेतिया राज के 28 बगीचे थे,जिनका बंदोबस्ती बेतिया राज करती थी,जोअब बचकर मात्र 17 रह गए हैं,11बगीचे या तो अतिक्रमण का शिकार हो गए हैं,या कब्जा कर लिया गया है,इन बगीचों में आम, लीची,जामुन,शीशम,सागवान के पेड़ लगे हुए थे।इसका रकबा का भी कटकर लोग अपने खेत की जमीन में मिला लिए हैं।
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