महराजगंज, उत्तर प्रदेश
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा तहसील सदर में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जनशिकायतों की सुनवाई की गयी।
संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी के समक्ष कुल 41 मामले आये, जिनमें उनके द्वारा मौके पर ही 10 प्रकरणों को निस्तारित कर दिया गया। अवशेष जनशिकायतों को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित करते हुए जिलाधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए समयांतर्गत और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने भूमि सम्बन्धी प्रकरणों में राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर स्थलीय निरीक्षण के उपरांत प्रकरणों के निस्तारण हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने शिकायतों के निस्तारणबक संदर्भ में स्थलीय भ्रमण का निर्देश दिया। उन्होंने आख्या के साथ स्पॉट मेमो को भी सलंग्न करने हेतु निर्देशित किया। कहा कि संबंधित अधिकारी आख्या को प्रेषित करने के पूर्व शिकायतकर्ता से बात जरूर कर लें। यदि शिकायतकर्ता असंतुष्ट है तो पुनः जांच करा लें। उन्होंने अनिवार्य रूप से निस्तारण आख्या की एक प्रति शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी शिकायत निस्तारण की व्यवस्था को पारदर्शी बनाएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी सामान्य दिनों आने वाली समस्याओं के जिन प्रकरणों में तहसील से समन्वय की आवश्यकता है, उनमें तहसील दिवस के अवसर पर उपजिलाधिकारी के साथ संवाद कर प्रकरण को निक्षेपित कराएं।
जिलाधिकारी ने समाधान दिवस को केवल शिकायतों के निस्तारण का मंच न मानकर जरूरतमंदों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने विभागों को अपने कर्मियों को लगाकर लाभार्थियों को चिन्हित करने और उनका आवेदन करवाने का निर्देश दिया।
तहसील दिवस में कुल 35 प्रकरण आएं। इनमें राजस्व के 11, पुलिस से संबंधित 07, ग्राम्य विकास 07 और अन्य विभागों से संबंधित 16
संपूर्ण समाधान दिवस में पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा, डीएफओ निरंजन सुर्वे राजेंद्र, उपजिलाधिकारी सदर जितेंद्र, डीडीओ बी.एन. कन्नौजिया , तहसीलदार पंकज शाही, एआर कोऑपरेटिव सुनील गुप्ता, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कन्हैया यादव, डीपीआरओ सुश्री श्रेया मिश्रा सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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