सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर उत्तर प्रदेश।
ईद में चंद दिन बचे हुए हैं। सेंवईयों की दुकानें बाज़ार में गुलज़ार हैं। रोज़े में खजूर की जहां मांग हो रही है, वहीं मीठे के तौर पर सेवईयां भी इफ्तार व सहरी के वक्त रोजेदार इस्तेमाल कर रहे हैं। सेंवईयों का बाज़ार पूरी तरह से सज चुका है। जहां मोटी, बारीक, लच्छेदार के साथ कई वेरायटी की सेंवईयां मौजूद हैं, जो क़्वालिटी और अपने नाम के मुताबिक डिमांड में हैं। उर्दू बाजार स्थित ताज सेंवई सेंटर के मो. आरिफ ने बताया कि उनके यहां छड़, सादी, छत्ते वाली, किमामी, बनारसी, भुनी, लाल लच्छा, सफेद लच्छा, बनारसी लच्छा, सूतफेनी, रूमाली, दूध फेनी सेंवई बिक रही है। ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अजहा में सेंवई की जमकर बिक्री होती है। मो. आरिफ की मानें तो इस वक्त सबसे ज्यादा डिमांड में बनारसी किमामी सेंवई है, जोकि हाथों-हाथ बिक जा रही है। तुर्कमानपुर के मनोव्वर अहमद ने बताया कि महानगर में फुटकर सेंवईयों की दुकान भी अपने शबाब पर है। बाज़ार में तरह-तरह की सेंवईयां मौजूद हैं, जो लोगों के आकषर्ण का केंद्र बनी हुई है। बाहर से भी व आस-पास के क्षेत्रों से भी लोग खरीदारी करने शहर आ रहे हैं। तोहफे के रूप में भी रिश्तेदारों व पास पड़ोस में भी सेंवईयां भेजी जा रही हैं। ग़रीब जरूरतमंदों में भी सेंवईयां दी जा रही हैं। ईद में सेंवई का अपना महत्व होता है। रमज़ान में पूरे एक माह सेंवईयों की बिक्री होती है। महानगर में विभिन्न क्षेत्रों में सेंवई की बिक्री हो रही है। उर्दू बाजार, नखास चौक, घंटाघर, जाफरा बाज़ार, गोरखनाथ, रुस्तमपुर आदि स्थानों पर सेंवई की ब्रिकी तेज है।
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