स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व चिल्लूपार की प्रथम महिला विधायिका स्व० कैलाशवती देवी की 36वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव खोपापार में बड़े श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व चिल्लूपार की प्रथम महिला विधायिका स्व० कैलाशवती देवी के पुण्यतिथि के अवसर पर वीरेन्द्र कुमार सेनि आई.जी.ने चित्र पर श्रद्धा पूर्वक माल्यार्पण किए।इस अवसर पर वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि स्व० कैलाशवती देवी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र की प्रथम महिला विधायिका के साथ नारी शक्ति की प्रतीक थी। उन्होंने देशहित में जो त्याग व बलिदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता । उन्होंने हमेशा जाति पात से ऊपर उठकर क्षेत्र व देश के लोगों के न्याय की लड़ाई लड़ने में अपनी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अपने जीवनकाल भ्रष्टाचार व अन्याय के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद किया। स्व. कैलाशवती ने 1957 में कांग्रेस पार्टी से विधायिका रहने के बावजूद उनका जीवन हमेशा साधारण रहा। कैलाशवती देवी के पति पं० रामबली मिश्र स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनको लोग छोटे गांधी के रूप में जानते थे। इस क्षेत्र में इनके जैसा कर्मठ, कर्तव्य परायण और ईमानदार नेत्री शायद ही कोई हुआ हो। उन्होंने पूरा जीवन सादगी से जिया गरीब और कमजोर के लिए अपनी जान से जान न्योछावर कर देती थी। ये सभी को न्याय दिलाने के लिए सदैव तत्पर रहती थीं। अंग्रेजों द्वारा इनको बहुत अधिक प्रताणित किया गया और इनके मकान को आग के हवाले कर दिया गया था। वे अपने घर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को संरक्षण प्रदान भी देती और अपने हाथों से भोजन पका कर खिलाती थीं। इस अवसर पर श्रीमती सावित्री देवी,विभव कुमार, विनीत कुमार श्रीवास्तव, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विपीन विहारी पांडेय, विनोद पांडेय, सांसद मिडिया प्रभारी संतोष श्रीवास्तव,रामनैन पांडेय, परशुराम यादव,राम उजागिर मौर्य,राजकुमार लाल श्रीवास्तव, हरिवंश लाल श्रीवास्तव,संत कुमार लाल श्रीवास्तव,शाह आलम सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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