प्रो.एम.पी.सिंह एवं प्रो. एस के सोनकर के पुस्तकों का किया गया विमोचन।
साहिबे आलम
लखनऊ, उत्तर प्रदेश।
भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में पुस्तकालय एवं सूचना विभाग, स्पेशल लाइब्रेरी एसोसिएशन, एशियन कम्युनिटी एवं एसपीएल, उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “सांस्कृतिक विरासत संस्थान के रूप में पुस्तकालय” माननीय कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इस संगोष्ठी मे मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर राणा कृष्ण पाल सिंह, माननीय कुलपति, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ, उत्तर प्रदेश उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर शुभिनी ए. सराफ, निदेशक, एन.आई.पी.ई.आर,रायबरेली,और प्रख्यात लेखक श्री सुभाष चंद्र कुशवाहा मुख्य वक्ता थे,प्रो.एस.के. द्विवेदी, डीन एसआईएसटी,प्रो.के.एल.महावर,विभागाध्यक्ष के साथ साथ विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष,एवं समस्त पुस्तकालय एवं सूचना विभाग परिवार के सहयोग से संपन्न हुआ। एक दिवसीय संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने में पुस्तकालयों की भूमिका को दर्शाया गया। सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचारो को व्यक्त किया कि कैसे पुस्तकालय सांस्कृतिक विरासत को सहेजकर रखने में अपना योगदान दे रहे है और किस प्रकार नवीन तकनीकियों को अपनाकर नई पीढ़ियों के लिए सहज कर रखने का प्रयास कर रहे है इन विषयों पर चर्चा की गई।
साथ ही साथ इस संगोष्ठी में प्रो.एम.पी.सिंह एवं प्रो.सोनकर द्वारा रचित पुस्तकों का विमोचन किया गया।
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