बरेली, उत्तर प्रदेश।
106 वा उर्स-ए-रज़वी: उर्स स्थल इस्लामिया मैदान जिसमें 44 साल से उर्स-ए-रज़वी अपने रिवायती अंदाज़ में दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन हज़रत मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की सरपरस्ती व सदारत होता आ रहा है। इस साल भी उर्स की तैयारियां जोर- शोर शुरू हो चुकी है। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स का एलान पिछले महीने दरगाह प्रमुख व सजादानशीन ने कर दिया था। देश-विदेश से आने वाले जायरीन के रहने-खाने समेत तमाम सहूलियत दरगाह की ओर से मुहैया कराई जाती है। देश-विदेश के उलेमा व अकीदतमंद दरगाह प्रमुख व सज्जादानशीन के सम्पर्क में है। इस मर्तबा साउथ अफ्रीका,आस्ट्रेलिया, मारीशस,दुबई,मिस्र,नेपाल,सऊदी अरब आदि से बड़ी संख्या में अकीदतमंदों के आने की इत्तेला दरगाह पर मिल रही है। पिछले दिनों ज़िला इंतजामिया(प्रशासन) और दरगाह इंतजामिया के साथ विकास भवन में हो चुकी है। जायरीन हवाई मार्ग के अलावा रेल व सड़क मार्ग द्वारा बरेली पहुंचते है। इनके आने जाने में किसी तरह की असुविधा न हो उसके लिए रेलवे व रोडवेज के अधिकारियों से एक प्रतिनिधिमंडल दरगाह की ओर से मिल चुका है। बरसात के मौसम के मद्देनजर इस्लामिया मैदान से लेकर दरगाह तक की जा रही है। उर्स स्थल इस्लामिया गेट की रंगाई पुताई के अलावा,आला हजरत द्वारा लिखी किताबो लगने वाला बुक स्टाल आदि की तैयारी की जा रही है। उर्स की तैयारियों को लेकर ज़िले भर में इंतजामिया कमेटी व लंगर कमेटियों की बैठक का दौर जारी है। कल 22 अगस्त जुमेरात को दरगाह पर उर्स की तैयारियों को लेकर एक बैठक बाद शाम 7 बजे दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत व सैय्यद आसिफ मियां की मौजूदगी में होगी।
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