सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
शाही मस्जिद तकिया कवलदह के इमाम हाफिज आफताब आलम ने बताया कि रोज़े से गफलत दूर होती है इसलिए बंदा अल्लाह का करीबी हो जाता है। हदीस शरीफ में है कि रमज़ान और कुरआन रोज़ेदार की शफाअत करेंगे। अल्लाह तआला ने फरमाया कि बंदा रोज़ा मेरे लिए रखता है और उसकी जजा मैं दूंगा। बंदा अपनी ख्वाहिश और खाने को मेरी वजह से तर्क करता है। रोज़ेदार के लिए दो खुशियां है एक इफ्तार के वक्त और एक अल्लाह से मिलने के वक्त। रोज़ा रखने से बंदा अल्लाह का करीबी बन जाता है। सहरी करना पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सुन्नत है लिहाजा सहरी जरूर करें।
--------------
© Copyright All rights reserved by India Khabar 2025