हज़रत मिस्कीन शाह(र०अ०) का 84वां तीन दिवसीय उर्स 30 नवंबर से।
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
नगर के मोहल्ला अंधियारी बाग़ में स्थित ख़ानक़ाह हज़रत मिस्कीन शाह रहमतुल्लाह अलैह के 84 वें तीन दिवसीय उर्स ए मुक़द्दस के अवसर पर "ख़ानक़ाह हज़रत मियां मोहम्मद नियाज़ बहादुर उर्फ़ मिस्कीन शाह (र०अ०) ट्रस्ट" द्वारा ख़ानक़ाह पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए ख़ानक़ाह हज़रत मिस्कीन शाह के सदर (अध्यक्ष) मोहम्मद फ़र्रूख़ जमाल ने बताया कि तीन दिवसीय उर्स ए मुक़द्दस 30 नवंबर से 02 दिसंबर 2023 तक अपनी रवायती शान व शौकत और अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ मनाया जायेगा। श्री जमाल ने बताया कि हज़रत मिस्कीन शाह सिद्ध बुजुर्ग थे
। हज़रत की ख़ानक़ाह में बेगैर किसी भेद भाव के मुस्लिम, हिंदू , सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोग उर्स में आते हैं। हज़रत मिस्कीन शाह के ख़लीफा और मुरीद देश कोने कोने में फैले हुए हैं। उर्स में अजमेर शरीफ, रामपुर, कोलकता, कलयर शरीफ, बिहार, झारखण्ड, बेंगलूरू, कानपुर , लखनऊ आदि स्थानों हज़रत के चाहने वाले उर्स में शिरकत करते हैं। उन्होंने बताया कि सूफियों की ख़ानक़ाहों से फैलता अमन ओ मोहब्बत का पैग़ाम।
30 नवंबर से 02 दिसंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय उर्स के संबंध में बताते हुए ख़ानक़ाह के ख़ादिम एवं सचिव फ़िरोज़ अहमद राईन ने बताया कि 30 नवंबर 2023(बृहस्पतिवार) को उर्स का शुभारम्भ होगा, सायं 5:30 बजे जश्न-ए-मीलाद उन नबी, उसके बाद रात 8:00 बजे नातिया मुशायरे का आयोजन होगा। दिनांक 01 दिसंबर 2023(शुक्रवार ) को दोपहर 2 बजे मोहल्ला रहमत नगर से सरकारी चादर निकाली जाएगी , 01 दिसंबर को ही रात 9:00 बजे से महफिल ए क़व्वाली होगी। जिसमें कल्यर शरीफ़ से आए इरफान साबरी और देवा शरीफ़ बाराबंकी से आए कव्वाल अफ्फान वारसी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। अंतिम दिन 02 दिसंबर 2023 को सुबह 9:00 से कुल शरीफ, लंगर ए आम और क़व्वाली के साथ साथ पूरा दिन कार्यम्रम चलेगा।
इस अवसर पर सोहराब खान, शकील अहमद,वकील अहमद बड़े, अबु नसर सिद्गुदीकी, गुलज़ार अहमद शेरू, मुर्तजा हुसैन रहमानी, ,अकील अहमद छोटे, इंजीनियर मिनातुल्लाह मिन्नत ,समीउल्लाह पप्पू , सादुल्लाह, मोहम्मद ज़ैद सहित उर्स कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे ।
© Copyright All rights reserved by India Khabar 2025