शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
स्थानीय बेतिया रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन यात्रियों से ₹4 लाख की टिकट की बिक्री हो रही है,मगर यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इस रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बैठने की न सुविधा,पानी,मूत्रालय, शौचालय,बिजली,पंखा के अलावा अन्य सुविधाओं के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है।प्रतिदिन आवागमन करने वाले कई यात्रियों ने संवाददाता को बताया कि इस रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की बैठने के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल रही है,जब कि रेलवे विभाग के द्वारा यात्रियों सेअनेकों प्रकार के सरचार्ज लिए जा रहे हैं।
इस बेतिया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों कोअनेकों प्रकार के कठिनाइयों को झेलना पड़ता है।इस रेलवे स्टेशन पर, यात्रियों को बैठने के लिए जो सुविधा उपलब्ध कराई गई है वहअत्यंत ही कष्टदायक है, इसके अलावा पानी,मूत्रालय, शौचालय,वेटिंग रूम इत्यादि में लगे सभी इस्तेमाल करने वाली वस्तुएं गंदगी से भरी हुई है, पीने के पानी के लिए भी उचित व्यवस्था नहीं है, शौचालय की सफाई भी प्राय होती है,गर्मी के दिनों में यात्रियों को पंखा नहीं चलने के कारण परेशानी उठानी पड़ती है,सफाई बिल्कुल नाम मात्र ही नजर आती है। रेलवे विभाग का खरबों खरब रुपया स्टेशनों की सफाई,रखरखाव,देखभाल पर खर्च होता है,मगर इन सभी चीजों के नाम पर केवल खाना पूर्ति हो रही है। इस स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। स्टेशनअधीक्षक भी सुविधाओं की कमी को देखते हुए भी मूकदर्शक बने रहते हैं, इस संबंध में कोई सूचना विभाग को नहीं करते हैं जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा प्राप्त नहीं हो रही है बल्कि कठिनाइयों का सामना ही करना पड़ता है। बेतिया रेलवे स्टेशन के रेलवे सूचना केंद्र भी पराया ठप रहती है, यात्रीगण अपनी यात्रा से संबंधित समय सारणी, आवागमन के कोई सूचना नहीं मिल पाती है।स्टेशन पर लगाए गए सभी दुरभाषा सेवा प्राय बंद रहते हैं,या खराब पड़े रहते हैं,जिसे यात्रियों को ट्रेनों के आने जाने की समय सीमा सही समय पर नहीं मिल पाती है,जिससे कई यात्रियों को ट्रेन छूट जाती है।सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को किसी प्रकार की कोई गारंटी नहीं है। यात्रियों के सामानों की चोरी का मामला भी चरम सीमा पर है,यात्रियों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं मिलती है।
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